Brahmakumaris Blessing House
ब्रह्माकुमारीज संस्थान, ब्लेसिंग हाउस में मनाया गया आध्यात्मिक ज्ञान दिवस।

ब्रह्माकुमारीज संस्थान, ब्लेसिंग हाउस में मनाया गया आध्यात्मिक ज्ञान दिवस।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा जी का 58 वां स्मृति दिवस आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में ब्लेसिंग हाउस सेवाकेन्द्र में मनाया गया।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के ब्लेसिंग हाउस (एकेडमी फॉर गॉडली सर्विस) सेवाकेन्द्र में आज 24 जून का दिन संस्थान की प्रथम मुख्य प्रशासिका का 58 वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया।
होशंगाबाद रोड स्थित ब्लेसिंग हाउस सेवाकेंद्र में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की प्रथम पूर्व मुख्य प्रशासिका जगदंबा जगतजननी सरस्वती मां का 58वां स्मृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर भोपाल के सैकड़ों भाई-बहनों ने हिस्सा लिया। ब्रम्हाकुमारी रिचा दीदी ने ममतामई मम्मा जगदंबा सरस्वती को याद करते हुए कहा कि रोज अपने अंदर से अवगुणों को निकाल मम्मा के समान संपूर्ण गुणवान बनना है, हमें भी मम्मा जैसे चरित्रवान बनना है। मम्मा सदैव ईश्वरीय सेवा में हां जी कहती थी। हमें मम्मा की तरह एक परमात्मा में संपूर्ण विश्वास रखना है, मम्मा के समान आज्ञाकारी, वफादार और फरमानबरदार बनना है। उनके द्वारा बताई गई अनमोल शिक्षा को अपने जीवन में उतारना है। मम्मा के समान निमित्त और निर्माणचित्त बनना है। मम्मा का संपूर्ण निश्चय एक परमपिता परमात्मा निराकार शिव परमात्मा में था। हमें भी परमात्मा पर संपूर्ण निश्चय रखना है।
उक्त कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी रिचा दीदी ने मातेश्वरी जगदंबा जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मात्र 14 वर्ष की अल्पायु में वे ब्रह्माकुमारी संस्थान के संपर्क में आए और 21 वर्ष की आयु में ब्रह्माकुमारी संस्थान में संपूर्ण समर्पित होकर विश्व कल्याण के लिए अपना जीवन दिया और महिला सशक्तिकरण का एक अद्भुत उदाहरण बनी। उनका जन्म सन् 1919 में अमृतसर शहर में हुआ। उनका लौकिक नाम राधे था एवं 1965 में उन्होंने अपना भौतिक देह का त्याग किया। उन्होंने बताया कि मातेश्वरी जी संगीत कला, नृत्य कला एवं आध्यात्मिक गुणों से भरपूर थी।
उपस्थित सभी ब्रह्मावत्सों को ब्रह्माभोग दिया गया। सभा में उपस्थित सभी भाई बहनों ने मम्मा जगदंबा सरस्वती जी के प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।